अयोध्या। कृषि कानून बिल को वापस करने के किये करीब 2 महीनों से घेरने पर बैठें किसानों ने 26 जनवरी के दिन किसान ट्रैकटर प्ररेड का आयोजन किया था। जिसका कई राजनीतिक दलों ने समर्थन भी किया था। यह तक कि मुद्दा कोर्ट की दहलीज पर भी गया जहाँ से किसानों को "किसान ट्रैक्टर प्ररेड" की 37 शर्त के साथ इजाजत मिली। जिसके बाद पुलिस व किसानों में आपसी सहमति से रोडमैप से लेकर शांति पूर्वक प्ररेड की अहम शर्त रखी। जिसका पालन करने का किसानों द्वारा आश्वासन भी मिला। पर
सरकार पर Law & Order का उल्लंघन ना हो इसका भी दबाव था। जिसके लिए उन्होंने कई राजनीतिक पार्टियों के नेताओ को प्ररेड में जाने से रोकने की कोशिश की।
जिसके चलते पुलिस ने समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेताओं को उनके घर पर नजरबंद कर दिया था। और सड़कों पर जगह जगह अवरोध उतपन्न करने के लिए बेरिकेडिंग कर दिया था। हालांकि पुलिस के व्यवस्था को धता बताते हुये एक सपाई नेता ने एक दर्जन ट्रैक्टरों व सैकड़ो लोगों के साथ करीब 15 किमी की रैली निकाल दिया। तारुन और गोसाईगंज में पुलिस व्यवस्था सख्त पुलिस ने ननसा, पडेलवा, एमी घाट, गयासपुर, तकमीन गंज , जयसिंह मउ सहित अन्य स्थानों पर सड़को पर ट्रैकटर रैली को लेकर अवरोध खड़े कर दिये थे। इन स्थान पर ट्राला, जेसीवी, ट्रक खड़े कर दिये गये और पुलिस की मौजूदगी थी।
ब्यूरो चीफ़ सर्वेश पांडेय
राष्ट्र सर्च न्यूज़ (देश की आवाज)
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