नई दिल्ली से रवि शर्मा की रिपोर्ट-
दिल्ली: में पिछले 7 महीनों से बेरोजगारी की मार झेल रहे वैडिंग फोटोग्राफरर्स यूनियन का केजरीवाल सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन।
इनका आरोप है कि अगर आने वाले दिनों में शादी या दूसरे समारोह में सिर्फ 50 लोगों को शामिल होने की अनुमति देती है तो सबसे पहले फोटोग्राफर के पेट पर लात पड़ेगी।
क्योंकि एक शादी समारोह से लगभग 10 से 15 लोगो को रोजगार मिलता है। अब सरकार 200 से घटाकर सिर्फ़ 50 लोंगो को अनुमति मिलेंगी तो उनका काम खत्म हो जायेगा।
दिल्ली फोटोग्राफर पत्रिका के अध्यक्ष कपिल कुमार का कहना है, कि दिल्ली सरकार कम से कम 100 से 150 लोगो की शादी में शामिल होने की अनुमति दे । फोटोग्राफर 7 महीनों से खाली बैठा था। बेरोजगारी के चलते कई फोटोग्राफरों ने आत्महत्या तक कर ली।
फोटोग्राफर वेलफेयर एसोसिएशन इंडिया के कोषाध्यक्ष विजय कुमार का कहना है हमारा काम धंधा था नही इस सिजन का इंतजार था उस पर ही दिल्ली सरकार ने गाज गिर दी फोटोग्राफर आत्मा हत्या करने पर मजबूर होगा।
पिछले 7 महीने से फोटोग्राफरों के पास काम नहीं था। और अब बाज़ारो में भीड़ बढ़ने के कारण कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी है जिस पर केजरीवाल सरकार ने ध्यान नही दिया अब सिर्फ समारोह व शादियों में आने वाले लोगो की संख्या घटाकर बेरोजगारी को बढ़ावा दे रहे है।
राकेश पूरी जी का कहना है, कि किसी भी सरकार ने आज तक फोटोग्राफरों के बारे में नही सोचा सभी सरकारों को अपनी पब्लिसिटी के लिए फोटोग्राफर तो चाहिए लेकिन उसके बारे में कभी ध्यान देने की जहमत नही उठाई ना ही लॉक डाउन में और ना ही अब।
फोटोग्राफरों का यहाँ तक कहना है कि अब अगर सरकार इस और ध्यान नही देती है तो अब देश के सभी फोटोग्राफर जगह-जगह धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगें।
रवि शर्मा
RS NEWS DELHI
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