नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली में करीब डेढ़ महीने से सभी छोटे, बड़े बाजार व व्यवसाय बन्द पड़े है। ऐसे में व्यापारियों को अब आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जिसके लिए दिल्ली व्यापारीक संगठन कैट ने द्वारा कहा गया है कि दिल्ली में एक महीने से ज़्यादा समय से लॉक डाउन लगने की वजह से व्यापारीयो की वित्तीय स्थिति बेहद खराब हो चुकी हैं, ख़ासकर छोटे, और मंझले व्यापारी की हालत तो बहुत नाजुक हो गई है।
क्योंकि अब दिल्ली में कोरोना के ताज़ा मामलों में कमी आई है। यहा तक कि ऑक्सीजन की मांग में भी कमी देखने को मिल रही है। इसलिए 1 जून से दिल्ली में व्यापारियों को राहत देते हुए बाज़ारों को पुनः खोल देना चाहिए। दिल्ली में 20 अप्रैल से लॉकडाउन की मार झेल रहे व्यापारी समूह में अब सभी बाज़ारों को खोलने की मांग उठने लगी है। जिसके लिए व्यापारी संगठन कैट (कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स ) की ओर से दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से पत्र लिखकर 1, जून से दिल्ली के सभी बाजारों और दुकानों को लॉकडाउन से राहत देने की मांग करते हुए प्रस्ताव भेजे गए है।
दूसरी और गाँधी नगर एसोसिएशन ऑफ होलसेल रेडिमेड गारमेंट्स डीलर्स अशोक बाज़ार के अध्यक्ष कंवल कुमार बल्ली ने भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बाज़ारों को खोलने के लिए पत्र लिख कर व्यापारीयो की खराब होती आर्थिक स्थिति से अवगत कराया है। उन्होंने अपने पत्र के माध्यम से कहा है कि वर्तमान समय में कोविड-19 को लेकर दिल्ली के हालात पहले से अच्छे हुए है। कल मंगलवार 25, मई 2021 को पोसिटिव केस 1568 और पोसिविटी दर 2.14 थी जो काफी कम रही। दिल्ली में ऑक्सीजन, दवाई व इलाज के लिए जगह उपलब्धता में पहले से काफी सुधार आया है। दूसरी और सवा महीने से ज्यादा समय से लॉक डाउन की मार झेल रहे व्यापारीयो को बहुत नुकसान हो रहा है। तथा पिछले दोनो दिल्ली में हुई बेमौसमी बारिश की वजह से दुकानदारों का माल खराब होने का संकट भी गहरा रहा है। जिसका आंकलन भी दुकाने खुलने के बाद ही हो सकेगा। इसलिए हमारी परेशानी को समझते हुए दुकानो, व बाज़ारों को 1 जून से खोलने का फैसला करे। ताकि व्यापारी अपनी दुकान, संस्थानों को खोलकर कुछ राहत महसूस कर सके !
रवि शर्मा की रिपोर्ट
राष्ट्र सर्च न्यूज़ दिल्ली
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