महेश शर्मा राष्ट् सर्च न्यूज़
टैंक रोड, दिल्ली
04, नवंबर, 2020
नई दिल्ली। में लुप्त हो चुकी झील और पहाड़ को पुनर्जीवन देने के लिए टैंक रोड पटेल नगर की आर डब्लू ए और सामाजिक संस्था ने प्रदर्शन किया था।
स्थानीय छात्रों ने भी इस लड़ाई में समर्थन दिया।
कई सालों से लड़ाई चल रही है।
1980 में दिल्ली के उपराज्यपाल जगमोहन ने अलॉट की थी। बच्चो के खेलने के लिए पार्क की जगह।
टैंक रोड प्रशाद नगर में लुप्त हो चुकी झील को पुनर्जीवित करने के लिए अब टैंक रोड की आर डब्लू ए और सामाजिक संस्था ने बीड़ा उठाया है। आज इसी को लेकर शांती पूर्वक प्रदर्शन किया गया। आर डब्लू ए के साथ स्थानीय छात्रों ने भी झील और पहाड़ को बचाने के लिए आगे आये आर डब्लू ए का कहना है। कि ये पहले यह झील और पहाड़ हुआ था।
और 1980 में उस समय के उपराज्यपाल जगमोहन ने यहा पर बाकायदा बच्चो के खेलने के लिए कॉम्प्लेक्स बनाने के लिए उद्धृत भी किया था। लेकिन डी डी ए के अधिकारियों के द्वारा राजनैतिक दवाब के चलते ये जगह शिक्षण संस्थान को बेच दी गई।
जिसके बाद यहा झील और पहाड़ को खत्म कर दिया गया था इसी को लेकर अब आर डब्लू ए और सामाजिक संस्था ने झील को पुनर्जीवित करने की मांग की आर डब्लू ए ने चेतवानी दी कि अगर झील को पुनर्जीवित नहीं किया गया तो हम इसके लिए बड़े आंदोलन करने को
विवश होंगे।
रंजीत गंगवाल अध्यक्ष आर डब्लू ए टैंक रोड आनंद ने पूरी तरह से बताया कि झील और पहाड़ को बचाने के लिए सामाजिक संस्था के साथ अब हमे छात्रों का भी समर्थन मिल रहा है। इनका कहना है कि इनको यहा खेलने के लिए पार्क चाहीये और लुप्त हुई झील को पुनर्जीवित किया जाए।
प्रदर्शन में शामिल हुए छात्र दीपक ने कहा कि एक और तो एन जी टी पर्यावरण को लेकर चिंतित है दूसरा और ये शिक्षण संस्थान एन जी टी औ चेतावनी सरकार की चेतावनी को दरकिनार कर आज भी लगातार कंस्ट्रक्शन करने और पहाड़ की कटाई में लगे हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता आलोक सेठ ने भी चिंता जताई कि अब देखना यह है। कि ये लोगो की बात संबंधित विभाग तक पहुंचती है। या यूँ ही कही फाइलो में दब कर रह जायेगी।
ब्यूरो रिपोर्ट
RS NEWS
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