Delhi Unlocked : दिल्ली में 31 मई अनलॉक में सभी तरह की फैक्ट्रियां, कन्सट्रक्शन वर्क्स को राहत, किया दुकानदारों को निराश।

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By - Ravi Sharma
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 नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में अब कोरोना केसों में काफ़ी गिरावट देखने को मिल रही है। आज ताज़ा आंकड़ो की बात करे तो कोरोना की दर घटकर लगभग 1.5% रह गई है। इसलिए मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली के लॉकडाउन को खोलने का निर्णय लिया है। यह लॉक डाउन कुछ शर्तों पर खोल है जिसमे अभी सिर्फ सभी तरह की फैक्ट्रीयो और कॉन्ट्रेक्शन वर्क्स को खोलने की इजाज़त मिली है। जहा दिल्ली की जनता इस अनलॉक से खुश है, तो वही दिल्ली के दुकानदारों, व्यपारियो में काफ़ी रोष है। उनका कहना है कि हमें भी कुछ शर्तों के तहत ही सही पर हमें अपने व्यापार को खोलने की इजाज़त मिलनी चाहिए।





इस पर "टैंक रोड रेडीमेड गारमेंट्स एन्ड क्लॉथ वेलफेयर एसोसिएशन" के उपाध्यक्ष रमेश आहूजा जी का कहना है, कि राजधानी दिल्ली में कोरोना महामारी को रोकने के लिए 17 अप्रैल से सारे छोटे-बड़े बाजार लगातार बंद है। कोरोना के कम केस आने से 1 जून से बाजार खुलने की संभावना बन रही थी। लेकिन जब भी व्यापारी को किसी भी सरकार से कोई राहत चाहिए होती है तो सरकार व्यापारियों को एकदम से अनदेखा कर देती है। व्यापारी सरकार के हर निर्णय का पूरा साथ देते हैं, चाहे वो निर्णय केंद्र सरकार का हो चाहे दिल्ली सरकार का ऐसे में सरकार को व्यापारी के हित में भी सोचना चाहिए। व्यापारी देश की रीढ़ है, व्यापारी जिंदा नहीं रहेगा तो व्यापार कैसे चलेगा फैक्ट्री व कंस्ट्रक्शन वर्क कैसे होगा। व्यापारी के घर में पैसे का पेड़ नहीं लगा हुआ है, और ना ही सरकार की तरफ से कोई राहत पैकेज  व्यापारियों को दिया जाता है। माननीय मुख्यमंत्री जी व  माननीय उपराज्यपाल जी से निवेदन इस बात को ध्यान में रखते हुए कृपया जल्द से जल्द सभी होलसेल मंडिया खोलने का निर्णय ले। चाहे वो आड इवन के आधार पर हो या समय सीमा निर्धारित कर दी जाए। 





चांदनी चौक व्यापार परिषद के अध्यक्ष एवं देश की सबसे पुरानी व्यापारी संस्था दिल्ली Hindustani mercantile Association निवर्तमान अध्यक्ष सुरेश बिंदल जी ने दिल्ली सरकार द्वारा लॉकडाउन के लिए घोषित 1 सप्ताह के कार्यक्रम की तीखी आलोचना की है। उन्होंने बताया कि फैक्ट्रियां चालू रहेंगी, निर्माण कार्य चालू रहेगा, फैक्ट्रियों के उत्पादन कहां बिकेंगे उत्पादन कर्ताओं के लिए कच्चा माल कहां से आएगा निर्माण कार्य के लिए सीमेंट  बालू रेती व अन्य सामान की सप्लाई कैसे होगी। व्यापारी समाज ने अपनी आवाज व्यापारी संगठनों के माध्यम से दिल्ली सरकार तक पहुंचाई थी। परंतु व्यापारियों की कोई सुनवाई नहीं हुई दिल्ली के लाखों व्यापारी जो उत्पादन कर्ताओं से माल बनवा कर उपभोक्ताओं तक पहुंचाते हैं, व लाखों लोगों का पेट पालते हैं उनकी चिंता दिल्ली सरकार ने नहीं की। दुकान के मालिक, अकाउंटेंट स्टाफ, सेल्समैन, सफाई कर्मचारी, पानी पिलाने वाले, माल ढोने वाले, ठेले वाले, झल्ली वाले,  ट्रांसपोर्ट के कर्मचारी, माल लाने वाले व ले जाने वाले लाखों पेट पालने वाले का कोई ध्यान नहीं रखा गया। दिल्ली के 80% व्यापारी समाज ने अपनी आवाज श्री प्रवीण खंडेलवाल जी, श्री बृजेश गोयल जी के माध्यम से सरकार तक पहुंचवाई थी। सरकार ने भी संकेत दिया था प्यासे को पूरा गिलास पानी का मिले या ना मिले पर उसके होंठ जरूर गीले कर दिए जाएंगे। परन्तु दिल्ली सरकार ने हमे दुकान खोलने की इजाज़त ना देकर व्यापारी की थाली से रोटी छीन ली गई है। कम से कम साफ सफाई के लिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से व्यापारियों को कम से कम 5 घंटे प्रतिदिन दुकानें खोलने की इजाजत मिलनी चाहिए। होलसेल और सेमी होलसेल की मार्केट दोपहर 12:00 बजे से सांय काल 5:00 बजे तक तथा रिटेल की मार्केटिंग  प्रातः 9:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक और सांय काल 5:00 बजे से 8:00 बजे तक खुलने की इजाजत देना चाहिए। साप्ताहिक छुट्टी पूरी दिल्ली में district wise honi chahie मार्केट एसोसिएशन इस बात की पूरी जिम्मेदारी लेगी। उनके यहां करोना गाइडलाइन का पूरी तरह पालन होगा। क्योंकि हमारी भी जिंदगी का सवाल है हमारे बच्चों की भी जिंदगी का सवाल है। माननीय मुख्यमंत्री जी हम वह दूध देने वाली गाय हैं, जो बिना बिजली की एक यूनिट जलाएं बिलों का भुगतान कर रहे हैं। हम एक बूंद पानी लिए बिना जल बोर्ड का भुगतान कर रहे हैं। बिना कमाई के हम हाउस टैक्स भर रहे हैं। कर्मचारियों को तनखा दे रहे हैं, ऐसा ना हो छोटे व्यापारी या बड़े व्यापारी डिप्रेशन का शिकार हो जाए। करोना कंट्रोल हो रहा है, ब्लैक फंगस आ गया ब्लैक फंगस कंट्रोल होगा तो डिप्रेशन आ जाएगा। आदरणीय मुख्यमंत्री जी आप अपनी घोषणा पर पुनर्विचार करें। व्यापार, व्यापारी मध्यम वर्गीय परिवारों को बचाएं हम तो केवल प्रार्थना कर सकते हैं। आपने भी एक व्यापारी परिवार में जन्म लिया है। हरियाणा के भिवानी में आपके परिवार की भी कपड़े की दुकान थी। आप व्यापारियों के दुख दर्द को अच्छी तरह से जानते हैं, आप के राज्य सभा के सांसद सुप्रसिद्ध लेखाकार श्री  एन डी गुप्ता जी, व्यापारी नेता सांसद सुशील कुमार जी सभी व्यापारियों की हालत अच्छी तरह से जानते हैं। आप इनसे ही सलाह ले ले आपसे प्रार्थना है, आशा है आप हमारे दर्द को समझ कर दिल्ली के व्यापारी समाज को राहत प्रदान करेंगे।



ब्यूरो रिपोर्ट
राष्ट्र सर्च न्यूज़

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