लखनऊ: कोरोना काल मे राशन कार्ड बनाकर मुफ्त राशन का लाभ उठाते हुए एसी बड़ा मकान, दुकान गाड़ी ट्रेक्टर, ट्राली वाले बड़े लोगों की अब जाँच होगी। राशन कार्ड की तय मानकों की कसौटी पर खरा नहीं उतरने वालो का राशन कार्ड निरस्त होगा। वही ऐसे लोगो की अब तक के लिए राशन की वसूली भी की जाएगी। इसके लिए जाँच अभियान प्रारंभ होने जा रहा है।
लॉकडाउन में सुविधाओं से सम्पन्न लोगों ने भी बनवाए राशन कार्ड
वैश्विक महामारी को विभाजित -19 मार्च में प्रकोप शुरू होते ही भारत सरकार ने लॉकडाउन लगा दिया था। ऐसे में हरित और कमजोर वर्ग तक राशन पहुँचाने के उद्देश्य से सरकार ने हर ज़रूरतमन्द का राशन कार्ड जारी करने के लिए दिए गए थे।
राजधानी में 1.80 लाख राशन कार्ड
राजधानी की बात करे तो मार्च से लेकर सितंबर 2020 तक 1.80 लाख राशन कार्ड जारी हो चुके हैं, जो प्रदेश में सबसे अधिक है।
इसका लाभ उठाने के लिए तमाम सुविधा सम्पन्न लोगों ने ऑनलाइन आवेदन कर राशन कार्ड बनवाए। सूत्रों की माने तो उस दौरान केवल आधार कार्ड, स्वघोषित आय, व अन्य जानकारी पर ही राशन कार्ड जारी हो गए। अभियान के दौरान राशन कार्ड धारकों के घर, दुकान, कार, एसी, ट्रेक्टर, खेती और सामान्य आय जैसे कई महत्वपूर्ण बिंदुओ पर जाँच होगी।
डी एस ओ सुनील कुमार सिंह का कहना है, कि जिन कार्डधारकों के पास चार पहिया वाहन, एसी, बड़ा मकान, दुकान जैसे साधन है ऐसे लोग राशन के पात्र नहीं माने जायँगे। यदि कार्ड धारक के पास 100 वर्ग मीटर से ऊपर का मकान या प्लाट है परिवार की आय ग्रामीण क्षेत्रों में 2 लाख व शहरी क्षेत्रों में 3 लाख से अधिक या भौतिकी दाता है तो ऐसे लोग राशन के लिए अपात्र माने जायँगे। अपात्र पाए गए कार्ड धारकों से वसूली भी होगी और उनके राशन कार्ड भी निरस्त हो जाएंगे।
दर्ज पते पर ना रहने वाले भी बाहर होंगे
राशन सूची में मृतक व कार्ड धारक के पते पर ना रहने पर भी लिस्ट से बाहर होंगे। ओ टी पी के द्वारा राशन लेने वाले और चार यूनिट या इससे अधिक कार्ड धारकों की जाँच गहनता से किए जाने वाली होगी।
आशीष गुप्ता राजे
राष्ट्र सर्च न्यूज़ लखनऊ
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